Bharat pandey
रूस के एक आदेश से फिर बढ़ा अमेरिका और ब्रिटेन के साथ तनाव
भरत पांडेय
काला सागर पर अपना दावा करने वाले रूस का ब्रिटेन और अमेरिका के साथ तनाव बढ़ता जा रहा है। हालांकि ब्रिटिश डिफेंस मिनिस्ट्री ने ऐसे किसी हमले से इंकार किया हैं , लेकिन सूत्रों ने गोले दागने और गोलियां चलाने की पुष्टि की है।गुस्सायें रूस ने मास्को में ब्रिटिश राजदूत को औपचारिक रूप से तलब कड़ी नाराजगी जताया हैं और कहा हैं कि काला सागर पर रूस का अधिकार है, जबकि यूरोपीयन देशों का कहना हैं कि इस पर यूक्रेन का अधिकार है।
क्रिमिया में अंतरराष्ट्रीय जल सीमा के पास जैसे ही ब्रिटिश नेवी के डिस्ट्रायर एचएमएस डिफेंडर ने कदम रखे तो रूस ने उसे रेडियो पर सख्त चेतावनी चेतावनी दी। रूस को उकसाने के इरादे से ब्रिटिश डिस्ट्रायर समुद्र में कुछ कदम और आगे बढ़ गया और देखते ही देखते रूस के 20 बॉम्बर्स क्रीमिया के समुंद्र के ऊपर मंडराने लगे। पुतिन के आदेश पर रूस की दो समुद्री जहाज भी गोलियां बरसाने लगी। रूस के विमानों ने चार बड़े बम ब्रिटिश नेवी शिप के रास्ते पर गिराए। इसके साथ ही रूसी नेवी शिप ने सैकड़ों राउंड गोलियां दागी। हालांकि ब्रिटिश डिफेंस मिनिस्ट्री ने ऐसे किसी हमले से इंकार किया हैं , लेकिन सूत्रों ने गोले दागने और गोलियां चलाने की पुष्टि की है।
क्यों मचा है काले समुंद्र में कोहराम
साल 2014 तक क्रीमिया यूक्रेन का हिस्सा थी, लेकिन पुतिन की सेनाओं ने 2014 में क्रीमिया को अपने कब्जे में कर लिया। जिसे अमेरिका समेत नाटो देश मान्यता नहीं देते। रूस क्रीमिया की सीमा को अपनी जल सीमा मानता है, जबकि अमेरिका और ब्रिटेन समेत 30 नाटो देश इसे अंतरराष्ट्रीय सीमा मानते हैं।
ब्रिटेन का अपना अलग दावा
ब्रिटिश रक्षा मंत्रालय ने बयान जारी करते हुए कहा कि अंतरराष्ट्रीय कानूनों के तहत जहाज यूक्रेन के क्षेत्रीय समुद्र से गुजर रहा था। ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के प्रवक्ता ने कहा कि यह कहना गलत हैं कि जहाज पर कोई गोलीबारी हुई, या जहाज रूस की समुद्री सीमा में था ।